699 + Best Masoom Chehra Shayari in Hindi | खूबसूरत चेहरे पर शायरी

क्यों कि मासूमियत चेहरे से !!
कहीं ज्यादा उसकी भोली आँखों !!

मासूम निगाहों को मुस्कुराते देखा है !!
मैंने अपनी मोहब्बत को तुम्हे दिल में छुपाते देखा है !!

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इल्ज़ाम तो लगा दूँ कि क़ातिल भी तुम्ही हो !!
मगर मासूम सा चेहरा है यक़ीन कौन करेगा !!

थम के रह जाती है जिंदगी !!
जब जम के बरसती है पुरानी यादें !!

तमन्ना ना की हो उसने मैं इतना प्यार दू !!
मासूम सी मोहब्बत पर अपनी जान वार दू !!

दिल से बहुत मासूम हूं मैं !!
बस मेरे कारनामे ही ख़तरनाक हुआ करते है !!

ए खुदा सच्चे दिल से दरख्वास्त करता हूं तुझसे !!
मासूम मुस्कान को उसकी जुदा ना करना चेहरे से !!

कोई समझाओ इन खूबसूरत हसीनाओं को !!
मेरे यार के चेरे के आगे सुब फीकी है !!

उसकी सादगी और उसकी खूबसूरती की क्या दूँ मिसाल !!
चेहरे पर मासूमियत और अदाएं उसकी है बड़ बेमिसाल !!

दुनिया में कोई भी इंसान !!
सख़्त दिल पैदा नही होता !!

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Masoom Chehra Shayari in Hindi

Badmashi Shayari in Hindi | बदमाशी शायरी

Masoom Chehra Shayari in Hindi

बस ये दुनिया वाले !!
उसकी मासूमियत छीन लेते है !!

मासूम तेरी आँखों में मेरा दिल खो जाता है !!
जब जब तुझे देख लू मेरा जीवन मुकम्मल हो जाता है !!

न आए तू जो मुझको नज़र !!
तेरे दीदार के लिए मेरा दिल तरस जाता है !!

मुकद्दर की लिखावट का इक ऐसा भी कायदा हो !!
देर से क़िस्मत खुलने वालों का दुगुना फ़ायदा हो !!

क्यों उलझता रहता है !!
तू लोगो से फराज !!

ये जरूरी तो नहीं वो !!
चेहरा सभी को प्यारा लगे !!

मुहब्बत होंठों से नहीं !!
उनसे निकली मीठी बातों से है !!

तेरा ख्याल दिल से मिटाया नहीं अभी !!
बेवफा मैंने तुझ को भुलाया नहीं अभी !!

ये शायरी की महफ़िल बनी है !!
आशिकों के लिये बेवफाओं की क्या !!
औकात जो शब्दों को तोल सके !!

यूँ नाराज़ मत हुआ करो हमसे इतना मेरे सनम !!
बदकिस्मत ज़रूर हैं हम मगर बेवफा नहीं !!

Masoom Chehra Shayari

सितम है लाश पर उस बेवफा का यह कहना !!
कि आने का भी न किसी ने इंतज़ार किया !!

रोये कुछ इस तरह से मेरे जिस्म से लिपट के !!
ऐसा लगा के जैसे कभी बेवफा न थे वो !!

वो जमाने में यूँ ही बेवफ़ा मशहूर हो गये दोस्त !!
हजारों चाहने वाले थे किस-किस से वफ़ा करते !!

उसकी सादगी और उसकी खूबसूरती की क्या दूँ मिसाल !!
चेहरे पर मासूमियत और अदाएं उसकी है बड़ बेमिसाल !!

दुनिया में कोई भी इंसान !!
सख़्त दिल पैदा नही होता !!

बस ये दुनिया वाले !!
उसकी मासूमियत छीन लेते है !!

मासूम तेरी आँखों में मेरा दिल खो जाता है !!
जब जब तुझे देख लू मेरा जीवन मुकम्मल हो जाता है !!

न आए तू जो मुझको नज़र !!
तेरे दीदार के लिए मेरा दिल तरस जाता है !!

मुकद्दर की लिखावट का इक ऐसा भी कायदा हो !!
देर से क़िस्मत खुलने वालों का दुगुना फ़ायदा हो !!

इल्ज़ाम तो लगा दूँ कि क़ातिल भी तुम्ही हो !!
मगर मासूम सा चेहरा है यक़ीन कौन करेगा !!

Masoom chehra meaning in english

धोखा देती है अक्सर मासूम चेहरे की चमक !!
हर काँच के टुकड़े को हीरा नहीं कहते !!

न जाने दिल कब तुझे चैन अपना दे बैठा है !!
प्यार में तेरा मासूम सा चेहरा खिल उठा है !!

मासूम सा दिल करता रहा प्यार का इजहार !!
मगर तुमने ओ जालिमा किया मेरा इनकार !!

मासूम सी सूरत को अपन दिल में बसा लेते हम !!
प्यार की हद से भी ज्यादा प्यार कर लेते हम !!

किस क़दर मासूम सा चेहरा था उस का !!
ग़ालिबधीरे से जान कह कर बेजान कर गया !!

मेरी हर एक मंज़िल को राहा मिल जाये !!
तेरा चेहरा जब नज़र आये !!

शाम की लाली तेरी रंगत की याद दिलाती है !!
तेरी #मासूमियत ही मुझे तेरी ओर खींच लाती है !!

बैठ जाता हूं मिट्टी पे अक्सर !!
क्योंकि मुझे अपनी औकात अच्छी लगती है !!

झूठ भी बोलते हैं वो कितनी मासूमियत से !!
जानकर भी अंजान बनने को जी चाहता है !!

उनका मासूम चेहरा और मासूम हो जाता है !!
जब वो अपनी ख्वाबों की दुनिया में खो जाता है !!

Masumiyat meaning in hindi

मोहब्बत की दास्तान तब्दील बेवफाई में हो गई !!
ना जाने उसकी मासूम प्रेम कहानी कहां खो गई !!

बेवफा तेरा मासूम चेहरा भूल जाने के काबिल नही !!
है मगर तू बहुत खूबसूरत पर दिल लगाने के काबिल नही !!

अगर उम्मीदएवफ़ा करूँ तो किस से करूँ !!
मुझ को तो मेरी ज़िंदगी भी बेवफ़ा लगती है !!

काम आ सकी न अपनी वफायें तो क्या करें !!
उस बेवफा को भूल न जाये तो क्या करे !!

दिल को बेवफाई की ऐसी चोट दे जाती है !!
धोखेबाजी तो मासूम नजरों में ही होती है !!

और ना तड़पाओ, बसा लो मुझे अपनी निगाहों मे !!
खो चुका हूं खुद को तुम्हारी इन मासूम अदाओं मे !!

तमन्ना ना की हो उसने मैं इतना प्यार दू !!
मासूम सी मोहब्बत पर अपनी जान वार दू !!

मासूम सी सूरत को अपन दिल में बसा लेते हम !!
प्यार की हद से भी ज्यादा प्यार कर लेते हम !!

शाम की लाली तेरी रंगत की याद दिलाती है !!
तेरी मासूमियत ही मुझे तेरी ओर खींच लाती है !!

ना जाने वह बेवफा मन में कैसे मुस्कुरा लेती है !!
मासूम सूरत को याद कर आंख मेरी अब भर आती है !!

2 line shayari in hindi | दो लाइन शायरी

Tere masoom

उसके दिल्लगी करने का अंदाज याद है !!
मासूम सा चेहरा मुझे आज भी याद है !!

किस क़दर मासूम सा चेहरा था उस का ग़ालिब !!
धीरे से जान कह कर बेजान कर गया !!

मासूम निगाहों को मुस्कुराते देखा है !!
मैंने अपनी मोहब्बत को तुम्हे दिल में छुपाते देखा है !!

क्यूं ना रौशन हो मेरी ज़िन्दगी तुम्हारे होने से !!
मैंने हर सजदे में तुम्हे आंसू बहाते देखा है !!

है मगर तू बहुत खूबसूरत !!
पर दिल लगाने के काबिल नह !!

थम के रह जाती है जिंदगी !!
जब जम के बरसती है पुरानी यादें !!

थोड़ा सुकून भी ढूँढिये जनाब !!
ये ज़रूरतें तो कभी ख़त्म नहीं होंगी !!

जिंदगी ये तेरी खरोंचे हैं मुझ पर !!
या फिर तू मुझे तराशने की कोशिश में हैं !!

पलक से पानी गिरा है तो उसको गिरने दो !!
कोई पुरानी तमन्ना पिघल रही होगी !!

अपनी पीठ से निकले खंज़रों को जब गिना मैंने !!
ठीक उतने ही निकले जितना तुझे गले लगाया था !!

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सिर्फ चेहरा ही नहीं शख्सियत भी पहचानो !!
जिसमें दिखता हो वही आईना नहीं होता !!

क्या बयान करें तेरी मासूमियत को शायरी में हम !!
तू लाख गुनाह कर ले सजा तुझको नहीं मिलनी !!

दांतो तले उंगली दबा कर निगाहें मुझ पर रोकना !!
बड़ा अच्छा लगता मुझे तेरा मासूम नजरों से देखना !!

देखकर दीवाने हो गए हम उसकी मुस्कान के !!
खरीद लिए गम भी, तब हमने उस मासूम के !!

हुस्न की मासूमियत थोड़ी सी कम कर दे !!
वरना मेरी निगाहों को तेरा गुनहगार बनने दें !!

क्या बयान करें तेरी मासूमियत को शायरी में हम !!
तू लाख गुनाह कर ले सजा तुझको नहीं मिलनी !!

लिख दूँ किताब तेरी मासूमियत पे मैं लिकिन !!
कहीं हर कोई तुझे पाने का तलबगार न हो जाए !!

इश्क मेरा गहरा जो उन्हें करीब लाया है !!
उनकी मासूम अदाओं पर मेरा ये दिल आया है !!

मासूम सा दिल मेरा मुझसे बार बार कह रहा है !!
वो अपना है ही नहीं जिसे तूने जिंदगी बनाया ह !!

कितनी मासूमियत छलक आती है !!
जब छोटे बच्चे की तरह वो मेरी !!
उंगलियो के साथ खेलते खेलते सो जाती है !!

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मासूम की निगाहें भी क़यामत से कम नही !!
के जो बरस जाए जंग के मैदान पर !!!
मैदान भी मंदिर बन जाय करते हैं !!

ये गुल सा मासूम चेहरा उस पर खिला रंग सुनहरा !!
और क्या तारीफ करे आपकी आपको तो खुदा ने !!
अपने हाथो से है नवाजा !!

बुरा और भला पहचानने में मासूमियत खो गई !!
जब वो मतलबी इंसान जाग गया तो इंसानियत सो गई !!
जाने कहाँ मासूमियत खो गई !!

मासूम होकर अचानक से वो बोला !!
भाई पानी की मशीन चालु कर द !!
अधुरा सा बैठा हू कब से अन्दर !!

ये गुल सा मासूम चेहरा उस पर खिला रंग सुनहरा !!
और क्या तारीफ करे आपकी आपको तो खुदा ने !!
अपने हाथो से है नवाजा !!

बुरा और भला पहचानने में मासूमियत खो गई !!
जब वो मतलबी इंसान जाग गया तो इंसानियत सो गई !!
जाने कहाँ मासूमियत खो गई !!

कुछ इस कदर ताल्लूक टूटा है नींद से !!
कि चाहूं सपने में मिलूंगा उन्हें तो सारी रात !!
जागने में ही गुजर जाती है !!

भूखे पेट ही काम पर आ जाते हैं !!
पर चीथड़ों से झांकते ज़ख्म के निशान !!
अधूरे ख्बावों की दास्तान कह जाते हैं !!

न जाने क्या मासूमियत है तेरे चेहरे पर !!
तेरे सामने आने से ज़्यादा !!
तुझे छुपकर देखना अच्छा लगता है !!

मासूम की निगाहें भी क़यामत से कम नही !!
के जो बरस जाए जंग के मैदान पर !!
मैदान भी मंदिर बन जाय करते हैं !!

Masoom in hindi

न जाने क्या मासूमियत है तेरे चेहरे पर !!
तेरे सामने आने से ज़्यादा तुझे छुपकर !!
देखना अच्छा लगता है !!

कितनी मासूमियत छलक आती है !!
जब छोटे बच्चे की तरह वो मेरी !!
उंगलियो के साथ खेलते खेलते सो जाती है !!

दम तोड़ जाती है हर शिकायत !!
लबों पे आकर जब मासूमियत से !!
वो कहती है मैंने क्या किया है !!

बेमिसाल कुर्बत है !!
तू काइनात की दिल खो दिया है !!
जबसे ये हसीं चेहरे देखा है हमने ऐ सनम !!

ये शायरी की महफ़िल बनी है !!
आशिकों के लिये बेवफाओं की क्या !!
औकात जो शब्दों को तोल सके !!

बहुत मासूम होते है ये आँसू भी !!
ये गिरते उनके लिए है !!
जिन्हे परवाह नहीं होती !!

दिल कर है सुक्रिया तेरा और खुदा का !!
तेरा कुछ यूँ कि तू मुझे मिला !!
खुदा का क्युकी उसने मेरे लिए बनाया !!

इन ज़माने वालो को मत करो खबर !!
जालिम चाँद को देखना छोड़ कर !!
आपका दीदार करने लगेंगे !!

इस दिल की वजह हो तुम !!
अरे तुम चेहरे की बात करते हो !!
हम तोह आपका दिल देख कर पागल है !!

केहदो हुए हम यूँ ही मर जाएंगे !!
यूँ हसकर चेहरा दिखाना हमारा !!
बोहोत ही कातिल लगता है !!

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Masoom Chehra Shayari in Hindi

Hindi Bf Shayari Hindi Mai | हिंदी बीएफ शायरी हिन्दी में

Ek masoom sa chehra tera

ये लिखना जैसे मेरा नशा सा है !!
आज भी तेरा चेहरा बंद आंखों ने !!
पढ़ना नहीं छोड़ा !!

मेरे अंदर झांक कर देखो टुकड़ों में !!
मिलूंगा ये हसता हुआ चेहरा तो
बस दिखाने के लिए है !!

हर हीरा चमकदार नहीं होता !!
हर समंदर गहरा नहीं होता !!
दोस्तों ज़रा संभल कर प्यार करना !!
हर खूबसूरत चेहरा वफादार नहीं होता !!

खूबसूरती से मासूमियत नहीं जलकती है !!
साहबमासूमियत देखनी है !!
तो उस बच्चे से पूछो जो !!
दिन भर खिलौनों की दुकान पर काम करता ह !!

कहाँ कोई आजकल सच्चा होता हैं !!
कहाँ सभी के मकान पक्का होता हैं !!
आजकल किसी के अंदर भी कहाँ
मासूम दिल वाला बच्चा होता हैं !!

इतनी मासूमियत कहाँ से लाते हो !!
इतना अच्छा कैसे मुस्कुराते हो !!
बचपन से ही कमीने हो !!
या शक्ल ऐसी बनाते !!

उसे देख कर लगता है नज़र ना लगे इसकी !!
मासूमियत को उन दरिंदो की पहुंच से कोसो दूर रहे !!
इसका बचपना कोई आंच न आए इसके आत्मविश्वास !!
में कोई ना बहला सके इसे अपनी साज़िश में !!

सवालों के परत में लिपटे ना जाने !!
कितने सवालमन में आते हैं !!
जब करते हैं तलाश जवाब की !!
फिर मासूम से सवाल सिर्फ सवाल ही रह जाते हैं !!

ये चेहरा ये रौनक ढल ही !!
जाएगी इक उम्र के बाद !!
पर हम मिलते रहेंगे ताउम्र !!
यूं ही अल्फाजों के साथ !!

एक अदा आपकी दिल चुराने की !!
एक अदा आपके दिल में बस जाने की !!
चेहरा आपका चांद सा और !!
एक ज़िद हमारी चांद पाने की !!

Katil aankhen shayari

मदहोश मत करो मुझे !!
अपना चेहरा दिखा कर !!
मोहब्बत अगर चेहरे से होती तो !!
खुदा दिल नहीं बनाता !!

मैं खुद हैरान हूं कि !!
तुझसे इतनी मोहब्बत क्यूं है !!
मुझे !!जब भी प्यार शब्द आता है !!
चेहरा तेरा ही याद आता है !!

तेरा चेहरा आज भी मासूम है !!
आज भी मेरी चाहत में वही सुकून है !!
तेरे चेहरे पे एक मुस्कान के लिए !!
जान भी वार दे ऐसा मेरा जुनून है !!

मासूमियत तुझमे है !!
पर तू इतना मासूम भी नही !!
की मैं तेरे कब्जे में हूँ !!
और तुझे मालूम भी नहीं !!

मासूम तेरी आँखों में मेरा दिल खो जाता है !!
जब जब तुझे देख लू मेरा जीवन मुकम्मल हो जाता है !!
न आए तू जो मुझको नज़र तेरे दीदार के लिए !!
मेरा दिल तरस जाता है !!

बुझ जाएंगी सारी आवाजें !!
यादें यादें रह जाएंगी !!
तस्वीर बचेंगी आँखों में !!
और बातें सब बह जाएंगी !!

मोहब्बत सिखा कर जुदा हो गए !!
ना सोचा ना समझा खफा हो गए !!
दुनिया में किसको हम अपना कहे !!
अगर तुम ही मेरी जान बेवफा हो गए !!

इश्क़ का नशा कैसा होता है !!
जो करता है उसको तो पता होगा !!
मेने किसी से पूछा कैसा होता है !!
उसने कहा नशानशा होता है !!
इश्क़ वैसा होता ह !!

मुझे तेरी नज़र ने दिवाना बना दिया !!
मुझे अपनी अदाओ से पागल बना दिया !!
हर पल दिल करता है तेरी ही फ़िक्र !!
अब तो होने लगा है तेरे मेरे प्यार का जिक्र !!
बना कर और इंतेज़ार मैंने तन मन से अपना बना लिया !!

बचपन से ही परिवार का बोझ !!
अपने नाज़ुक कंधों पर उठाते है !!
हा ये मासूम कच्ची उम्र में पिता बन !!
अपना घरबार चलाते हैं !!
ख्बावों को जिम्मेदारी के बक्से में बंदकर !!

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कितनी मासूम होती हैं माँ की ममता !!
अपने बच्चों की सलामती के लिए !!
कभी मंदिर में प्रसाद चढ़ाती हैं !!
तो कभी दरगाह में चादर चढ़ाती हैं !!
कभी गुरुद्वारे में अरदास करती हैं !!
तोकभी गिरिजाघर में प्रार्थना करती हैं !!

हर हीरा चमकदार नहीं होता !!
हर समंदर गहरा नहीं होता !!
दोस्तों ज़रा संभल कर प्यार करना !!
हर खूबसूरत चेहरा वफादार नहीं होता !!

खूबसूरती से मासूमियत नहीं जलकती है !!
साहबमासूमियत देखनी है !!
तो उस बच्चे से पूछो जो !!
दिन भर खिलौनों की दुकान पर काम करता ह !!

कितनी मासूम होती हैं माँ की ममता !!
अपने बच्चों की सलामती के लिए !!
कभी मंदिर में प्रसाद चढ़ाती हैं !!
तो कभी दरगाह में चादर चढ़ाती हैं !!
कभी गुरुद्वारे में अरदास करती हैं !!
तोकभी गिरिजाघर में प्रार्थना करती हैं !!

कहाँ कोई आजकल सच्चा होता हैं !!
कहाँ सभी के मकान पक्का होता हैं !!
आजकल किसी के अंदर भी कहाँ !!
मासूम दिल वाला बच्चा होता हैं !!

उसे देख कर लगता है नज़र ना लगे इसकी !!
मासूमियत को उन दरिंदो की पहुंच से कोसो दूर रहे !!
इसका बचपना कोई आंच न आए इसके आत्मविश्वास !!
में कोई ना बहला सके इसे अपनी साज़िश में !!

बचपन से ही परिवार का बोझ !!
अपने नाज़ुक कंधों पर उठाते है !!
हाॅं, ये मासूम कच्ची उम्र में पिता बन !!
अपना घरबार चलाते हैं !!
ख्बावों को जिम्मेदारी के बक्से में बंदकर !!

चाँद सा चेहरा देखने की इजाज़त दे दो !!
मुझे ये शाम सजाने के इजाज़त दे दो !!
मुझे क़ैद करलो अपने इश्क़ में या !!
मुझे इश्क़ करने के इजाज़त दे दो !!

मासूम तेरी आँखों मे मेरा दिल खो जाता है !!
जब जब तुझे देख लू मेरा जीवन मुकम्मल हो जाता है !!
न आए तू जो मुझको नज़र तेरे दीदार के लिए !!
मेरा दिल तरस जाता है !!

इश्क़ का नशा कैसा होता है !!
जो करता है उसको तो पता होगा !!
मेने किसी से पूछा कैसा होता है !!
उसने कहा नशानशा होता है, इश्क़ वैसा होता है !!

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Chanakya Quotes in Hindi | सुविचार चाणक्य के कड़वे वचन

Masoom sa chehra

उस खुदा का क्या शुक्रिया करूँ !!
जिस खुदा ने उसको बड़ी पूरस्त से बना होगा !!
पहले सोचा होगा इस नूर को में रखलूं !!
फिर सोचा तो मेरा ख्याल मन में बना होगा !!

माना मुसीबत का बाजार है !!
तूझे तोड़ने वाले लोग हजार है !!
सब सामना करना तूझे ही है !!
लेकीन अपनी मासुमीयत बचा रखना !!

मासूमियत तुझमे है !!
पर तू इतना मासूम भी नहीं !!
की मैं तेरे कब्जे में हूँ !!
और तुझे मालूम भी नहीं !!

दिल ने ढकना तुमसे सीखा है !!
राहों में चलना आपसे सीखा है !!
चेहरा देखा है मैने उसका !!
रस्ते की मुलाकात देखा है !!

क्या कहूँ दिल की बाते आपसे !!
क्या बताऊँ कैसे हसीं रस्ते !!
चेहरा है मस्सोम कितना तुम्हारा !!
कैसे है, फिर ये अजनबी वास्ते !!

कोई मंजिल कोई रास्ता तोह दे दे !!
मेरे होने का राबते दे दे !!
क्या हिलसिला है ये चाहत का !!
चेहरा दिखा दे मुझे और रहत दे दे !!

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