231 + Best Hindi poetry on life | मानव जीवन पर कविता

कल एक झलक ज़िंदगी को देखा !!वो राहों पे मेरी गुनगुना रही थी !! एक अरसे के बाद आया मुझे क़रार !!वो सहला के मुझे सुला रही थी !! फिर ढूँढा उसे इधर उधर !!वो आँख मिचौली कर मुस्कुरा रही थी !! हम दोनों क्यूँ ख़फ़ा हैं एक दूसरे से !!मैं उसे और वो मुझे … Read more